अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को हुए भव्य राम मंदिर के उद्घाटन के बाद एक और भव्य हिन्दू मंदिर का उद्धाटन होने जा रहा है। यह भव्य मंदिर का उद्घाटन भारत में नहीं बल्कि एक बड़े मुस्लिम देश UAE के अबू धाबी में होने जा रहा है।
यह पहला मौका होगा जब UAE में एक हिन्दू मंदिर का निर्माण किया गया है।
इस मंदिर का उद्घाटन एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 14 फरवरी 2024 को होगा जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे और मोदी ही मंदिर का उद्घाटन करेंगे।
यह एक महीने में दूसरा मौका होगा जब प्रधानमंत्री मोदी भव्य मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।
अबू धाबी में बन रहे इस मंदिर का नाम BAPS मंदिर है। BAPS वही संस्था है जिसने दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर का निर्माण किया था और यह संस्था विश्व भर में एक हज़ार से ज्यादा हिन्दू मंदिरों का निर्माण कर चुकी है।
आम जनता के लिए कब खुलेगा अबू धाबी में बना हिन्दू मंदिर ?
UAE में रहने वाले हिन्दुओं के अलावा पूरी दुनिया के हिन्दुओं में इसको लेकर काफी उत्साह है और वह सभी इस मंदिर में आकर दर्शन करना चाहते हैं।
14 फरवरी 2024 को उद्धघाटन के 4 दिन बाद यानि कि 18 फरवरी 2024 को मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा ताकि सब भक्त जन मंदिर के दर्शन कर सके।
कितनी जमीन पर बना आबूधाबी का मंदिर ?
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान ने मंदिर के निर्माण के लिए 2015 में 13.5 एकड़जमीन दान की थी, और बाकी 13.5 एकड़ ज़मीन UAE की सरकार ने मंदिर के लिए दान की थी।
अबू धाबी में बने यह भव्य मंदिर का कुल परिसर 27 एकड़ का है। जिसमे से 13 एकड़ पर मंदिर का निर्माण हुआ है और बाकी 14 एकड़ जमीन पर पार्किंग की सुविधा दी गई है।
कितनी लागत से बना यह मंदिर, कहाँ से आई निर्माण सामग्री ?
अबू धाबी के BAPS मंदिर को 700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है
इस मंदिर की बनावट को अगर गौर से देखेंगे तो इसमें अरब और हिंदू संस्कृति दोनों की झलक देखने को मिलेगी। यह मंदिर भारत और संयुक्त राष्ट्र अमीरात की गहरी दोस्ती के प्रतीक के रूप में माना जा रहा है।
इसकी निर्माण सामग्री में गुलाबी पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। यह राजस्थान का पत्थर है और यह वही पत्थर है जो अयोध्या के श्री राम मंदिर निर्माण में इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ इस मंदिर में अठरह लाख ईंटों का भी प्रयोग किया गया है। इस मंदिर के निर्माण में सभी कारीगर भारतीय थे। इस मंदिर की शोभा देखते हे बनती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 में गए थे आबूधाबी।
2015 में प्रधानमंत्री मोदी जब UAE के दौरे पर गए थे उस समय अबू धाबी में इस मंदिर निर्माण पर सहमति बनी थी। 1990 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला दोरा था, जिससे दोनों देशों के बीच नजदीकियां बढ़ी और दोनों देशों के बीच एक गहरी दोस्ती का बीज बोया।
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